मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज जिला हमीरपुर में 184 करोड़ रुपये की लागत की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास किए। उन्होंने नादौन क्षेत्र के खरीड़ी में 65 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले अत्याधुनिक बहुद्देश्यीय खेल परिसर की आधारशिला रखी। इस आधुनिक परिसर में 8-लेन वाला स्विमिंग पुल, एक शूटिंग रेंज साथ ही कुश्ती, मुक्केबाजी, कबड्डी, योग, टेबलटैनिस और बैडमिंटन जैसे खेलों के लिए विशेष स्थान समर्पित होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए राज्य के अन्य भागों में भी इस तरह के बहुद्देश्यीय खेल परिसरों का निर्माण कर रही है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने युवाओं को नशे से दूर रखने और स्वस्थ एवं सक्रिय जीवनशैली के लिए खेलों के महत्त्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यह खेल परिसर युवा प्रतिभाओं को निखारने और उन्हें शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक होगा।
मुख्यमंत्री ने 4.50 करोड़ रुपये की लागत से धनपुर (बड़ा) और कृषि परिसर हमीरपुर में दो नए किसान प्रशिक्षण केन्द्रों की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि यह केन्द्र किसानों के कौशल विकास और आधुनिक कृषि पद्धतियों के बारे में जागरूक करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रमों में किसानों को लघु सिंचाई तकनीकों, फसल विविधिकरण और उन्नत सब्जी उत्पादन विधियों जैसे विषयों के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा यह केन्द्र कृषि विकास संघों (केवीएस) और किसान उत्पादक समूहों (एफपीओएस) के गठन और सुदृढ़ीकरण में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और उन्हें सतत् व्यावसायिक इकाइयों में परिवर्तित करेगा।
ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने 35 करोड़ रुपये की लागत से भट्टा-सलौणी-दियोटसिद्ध, 49 करोड़ रुपये की लागत से रंगस-कांगू-धनेटा सड़क, 5.67 करोड़ रुपये की लागत से गेड़ियां-बड़ैत्तर और 16 करोड़ रुपये की लागत से पनियाला-कश्मीर व धनेटा-बड़सर सड़क में सुदृढ़ीकरण कार्य की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि इन सड़कों के सुदृढ़ीकरण से क्षेत्र के लोगों को बेहतर परिवहन सुविधाएं सुनिश्चित होंगी।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र बड़ा में 1.31 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले उत्कृष्टता केन्द्र का शुभारम्भ किया। इस सुविधा से हमीरपुर जिला व साथ लगते क्षेत्र के किसानों को उच्च गुणवत्तायुक्त सब्जियों के पौधे मिलेंगे। उन्होंने कहा कि प्रगतिशील किसानों के लिए 1400 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में वार्षिक 3.50 लाख पौधों का उत्पादन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के प्रयास कर रही है और ग्रामीण क्षेत्र में सुविधाओं का विस्तार कर रही है। प्राकृतिक खेती से उत्पन्न गेंहू को 40 रुपये तथा मक्की को 30 रुपये प्रति किलोग्राम की दर पर खरीदा जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भैंस के दूध को 55 रुपये प्रति लीटर तथा गाय के दूध 45 रुपये प्रति लीटर की दर से खरीद रही है। इसके अलावा कांगड़ा जिला के ढगवार में 250 करोड़ की लागत से आधुनिक दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। इस संयंत्र की शुरूआती क्षमता 1.50 लाख लीटर प्रतिदिन होगी, जिसे तीन लाख प्रतिलीटर की क्षमता तक बढ़ाया जा सकता है।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने बागवानी एवं वानिकी महाविद्यालय नेरी में 3.46 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित स्नातकोत्तर खंड का उद्घाटन किया। उन्होंने महाविद्यालय में 3.62 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले कन्या छात्रावास की आधारशिला रखी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बागवानी एवं वानिकी महाविद्यालय नेरी के विद्यार्थियों के साथ संवाद किया।
मुख्यमंत्री ने नादौन में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि शिमला जिला के रामपुर क्षेत्र के निकट तकलेच में बादल फटने से सड़क, पुल और पेयजल योजनाओं को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कल रात ही अधिकारियों को इस संबंध में शीघ्र ही उचित कदम उठाने के निर्देश दिए, ताकि क्षेत्र के लोगों को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े।
आयुष एवं खेल मंत्री यादवेंद्र गोमा, विधायक सुरेश कुमार और रणजीत राणा, कांगड़ा सहकारी बैंक के अध्यक्ष कुलदीप पठानिया, कांगड़ा सहकारी प्राथमिक कृषि और ग्रामीण विकास बैंक के अध्यक्ष राम चंद्र पठानिया, एपीएमसी के अध्यक्ष अजय शर्मा, डॉ. वाईएस परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के कुलपति डॉ. राजेश्वर चंदेल, कृषि निदेशक कुमुद सिंह, जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुमन भारती, नादौन ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन पृथ्वी चंद, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि भी इस अवसर पर उपस्थित थे।