हमीरपुर। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राजेंद्र राणा ने अपना ईमान बेचा इसलिए सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव हो रहा है। बिकाऊ राजेंद्र राणा कमल खरीद उम्मीदवार हैं। उनसे जनता को पूछना हमीरपुर जिला के मुख्यमंत्रियों को पचा नहीं पाते बिकाऊ पूर्व विधायकचाहिए कि 14 महीने बाद क्यों दोबारा चुनाव की जरूरत पड़ गई। अब आकर जनता में रो रहे हैं और कह रहे कि सम्मान नहीं मिला, काम नहीं हुए, मैं बताता हूं सुजानपुर में बड़े काम हुए और बिकाऊ विधायक को सम्मान नहीं, भाजपा के सामान से भरा ब्रीफकेस चाहिए था।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार देर शाम पसतल, कुठेड़ा व पटलांदर में जनसभाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बिकाऊ विधायक को सबक सिखाएं, उन्हें घर का मुख्यमंत्री नहीं चाहिए, इसलिए वह सरकार गिराने की कोशिश के मुख्य सूत्रधार रहे। अब वह दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं और जीतने के लिए तरह-तरह के प्रपंच रच रहे हैं। वह खूब पैसा बांट रहे हैं, अगर आपको देने की कोशिश करें तो डबल लें और वोट कांग्रेस को दें। हमीरपुर जिला और निचले हिमाचल को कांग्रेस से पहली बार मुख्यमंत्री मिला है। सुजानपुर की जनता एक बार मुख्यमंत्री खोकर बड़ी गलती कर चुकी है। यह चुनाव मुख्यमंत्री की कुर्सी या सरकार का नहीं है, बेईमान व ईमानदार के बीच है। लोकतंत्र और वोट की ताकत को बचाने के लिए भी यह चुनाव हो रहा है। सुजानपुर की जनता ईमानदार कैप्टन रणजीत को वोट दे। भाजपा के ईमानदार कार्यकर्ता भी बिकाऊ राणा को वोट नहीं देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिकाऊ को टिकने न दें, क्योंकि यह चुनाव भविष्य की राजनीति की दशा व दिशा तय करेगा। 4 जून को चुनाव परिणाम आने के बाद कोई भी चुना विधायक और भाजपा खरीद फरोख्त की हिम्मत नहीं जुटा पाए। प्रदेश में साढ़े तीन साल तक कांग्रेस की सरकार है, कैप्टन रणजीत के साथ मिलकर मैं भी आपके लिए विधायक की तरह काम करूंगा। अभी तो चुनाव का समय है, बाद में फिर आऊंगा और क्षेत्र के विकास में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। प्रदेश में 15 महीने में हमारी सरकार ने जनहित के काम किये हैं। पहली कैबिनेट में ओपीएस दी, महिलाओं को 1500 रुपये पेंशन देने की शुरूआत की, जिसे रुकवाने के लिए भाजपा व जयराम ठाकुर ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। लेकिन, बुधवार को चुनाव आयोग में फिर इस मामले की सुनवाई है। अगर इजाजत मिल गई तो 48 घंटे में फार्म जमा करा चुकी सभी पात्र महिलाओं के खाते में 3000 रुपये आ जाएंगे। आयोग से अनुमति नहीं मिली तो जून में एरियर सहित पूरी राशि देंगे।
सुखविंदर सिंह ने कहा कि राजेंद्र राणा निजी स्वार्थ में अंधे हो चुके हैं, उन्हें जनता के कामों की नहीं, क्रशर की एनवायरमेंट क्लीयरेंस व होटल के लिए सड़क बनाने की फिक्र है। जो लोग जनसेवक नहीं, धनसेवक हैं, उन्हें राजनीति से बाहर का रास्ता दिखाना जरूरी है। इस क्षेत्र के सांसद अनुराग ठाकुर भी आपदा के समय प्रभावितों के साथ खड़े नहीं हुए। केंद्रीय मंत्री होते हुए क्षेत्र का विकास नहीं करवा सके, इसलिए 1 जून को लोकसभा उम्मीदवार सतपाल रायजादा के पक्ष में भी मतदान करें।
इस दौरान विधायक चंद्रशेखर, विधानसभा उम्मीदवार कैप्टन रणजीत सिंह, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा, लोकसभा प्रभारी अनीस अहमद, पूर्व सीपीएस अनीता वर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष नरेश ठाकुर, कुठेड़ा जोन प्रभारी बिक्रम ठाकुर इत्यादि मौजूद रहे।