मंडी: पूर्व मुख्यमंत्री एवम नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दी हुई गारंटी चौबीस कैरेट सोने जैसी खरी है। भाजपा का संकल्प पत्र मोदी की गारंटी से युक्त है जो 2047 का रोडमैप दिखा रहा है जबकि कांग्रेस का घोषणापत्र सिर्फ़ झूठ का पुलिंदा है। उन्होंने आज सराज के थुनाग में कहा कि एक तरफ इंडी गठबंधन सिर्फ़ नरेंद्र मोदी को रोकने के लिए नित नए दावे कर रहा है जबकि दूसरी तरफ़ भाजपा 2047 तक विकास का खाका तैयार कर चुकी है।
भाजपा के संकल्प पत्र में आने वाले पांच साल में सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण की गारंटी दी गई है। अगले पांच साल तक मुफ्त राशन, पानी, गैस कनेक्शन और पीएम सूर्यघर से जीरो बिजली बिल आयेंगे जबकि आयुष्मान भारत योजना से पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज सुविधा जारी रहेगी। मध्यम वर्ग परिवारों के लिए पक्के घर और स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी लागू होगी, युवाओं के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर, इन्वेस्टमेंट, मैन्युफैक्चरिंग, हाई वैल्यू सर्विसेज, स्टार्टअप और टूरिज्म और खेल के जरिये लाखों रोजगार के अवसर मिलेंगे। यही नहीं नारी तू नारायणी के तहत आगे 3 करोड़ लखपति दीदी बनाएंगे। महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप को सर्विस सेक्टर से जोड़कर नए रोजगार के अवसर देने का प्रण लिया गया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम को लागू कर अब 33 प्रतिशत आरक्षण संसद और विधानसभा में भी होगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मंडी संसदीय क्षेत्र के प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह कह रहे हैं कि आपदा में कंगना रनौत कहां थी और उन्होंने क्या दिया। लेकिन हम पूछना चाहते हैं कि जब आपदा में कुल्लू से मंडी तक सात पुल बहे तो आप बताएं कि बतौर लोक निर्माण मंत्री आपने कितने तैयार किए। सच्चाई तो ये है कि आपने अभी तक एक पुल तक नहीं बनाया। पंडोह और कुनका तर पुल की आखिर नौ माह बाद भी क्यों सुध नहीं ली गई। उन्होंने कहा कि आपदा में राहत बांटने के नाम पर सबसे बड़ा घोटाला हुआ है। कांग्रेस पार्टी से संबंधित जिन लोगों का मात्र आंशिक नुकसान हुआ है उन परिवारों को पूरा मुआवजा बांटा गया और जिन भाजपा से संबंधित लोगों के पूरे के पूरे घर तबाह हुए उन्हें आज तक मुआवजे और रिपोर्ट के लिए इंतज़ार करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार को इन चुनावों में इसका खामियाजा भुगतना ही पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा के संकल्प पत्र में आने वाले वर्षों में बीज से बाजार तक किसानों की आय बढ़ाने, श्रीअन्न को सुपर फूड की तरफ स्थापित करने, नैनो यूरिया और प्राकृतिक खेती से जमीन की सुरक्षा,कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास, माइग्रेंट वर्कर्स, टैक्सी ड्राइवर, ट्रक ड्राइवर, ऑटो ड्राइवर, कुली और घर में काम करने वाले श्रमिकों को ई-श्रम पर जोड़ कर कल्याणकारी योजनाओं का लाभ देना, हाईवे पर ट्रक चालकों के लिए आधुनिक सुविधाएं,भारत योग का ऑफिशियल सर्टिफिकेशन देगा, विश्वभर में तिरुवल्लूवर कल्चरल सेंटर के माध्यम से भारत की संस्कृति को विश्व में ले जाएंगे, भारत की क्लासिकल भाषाओं के अध्ययन की व्यवस्था उच्च शिक्षण संस्थाओं में करेंगे, एकलव्य स्कूल, पीएम जनमन, वन उत्पादों में वैल्यू एडिशन एवं ईको टूरिज्म को बढ़ावा देंगे। इसके अतिरिक्त ओबीसी, एससी, एसटी समुदायों को जीवन के हर क्षेत्र में सम्मान देंगे।
प्रधानमंत्री जी ने भारत को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की गारंटी दी है। अर्बन हाउसिंग, ट्रांसपोर्टेशन, वाटर मैनेजमेंट, साफ हवा, कचरे के ढेर से मुक्ति और स्वच्छ पानी के लिए मिशन मोड पर काम होगा। इस वर्ष विश्वभर में रामायण उत्सव मनाएंगे और अयोध्या का विकास होगा ताकि ये दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक पर्यटन केंद्र बन सके। देश में 5जी नेटवर्क टेक्नोलॉजी का विस्तार, 6G पर काम होगा। भ्रष्टाचार के खिलाफ अधिक सख्त कार्रवाई होगी, परफॉर्म, रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्म का मंत्र शासन के हर क्षेत्र में लागू होगा। भारतीय दंड संहिता की जगह अब भारतीय न्याय संहिता लागू होगी। वन नेशन, वन इलेक्शन के साथ ही कॉमन इलेक्टोरल रोल की व्यवस्था होगी। समृद्ध भारत के लिए विश्वकर्मा परिवारजन, एमएसएमई और छोटे ट्रेडर्स को स्किल सिखाने, क्रेडिट देने, और उनके उत्पादन को बाजार से जोड़ने की गारंटी दी गई है।
यही नहीं भारत को विश्व की तीसरी बड़ी आर्थिक शक्ति बनाने की गारंटी भी भाजपा दे रही है।
रेलवे में नई पटरियां जुड़ेंगी। नई वंदे भारत, अमृत भारत और नमो भारत ट्रेनें चलेंगी। वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनेंगे और आने वाले वर्षों में वेटिंग लिस्ट की समस्या खत्म होगी। देश में नए एयरपोर्ट हाईवे, मेट्रो, अंडरवाटर मेट्रो का निर्माण जारी रहेगा। उत्तर, दक्षिणी ,पूर्वी भारत में बुलेट ट्रेन कॉरिडोर की फिजिबिलिटी स्टडी शुरू होगी।
नॉर्थ-ईस्ट में विकास यात्रा जारी रहेगी। तटीय, द्वीप, पहाड़ी हर क्षेत्र की विशेष जरूरतों के अनुसार मास्टर प्लान तैयार होगा। आने वाले कुछ वर्षों में भारत स्पेस, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, क्वांटम, सेमीकंडक्टर, ग्रीन हाइड्रोजन, इलेक्ट्रिक वीकल टेक्नोलॉजी में अग्रणी बनेगा और 2047 तक उर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करेगा।