भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने हिमाचल प्रदेश में सत्तासीन कांग्रेस को चुनावों के दौरान लोगो से किया गए झूठे वादों कि याद दिलाते हुए कहा कि कांग्रेस राज में जनता को ना गारंटी मिली ना विकास। अपने किये हुए वायदों को तो मानो कांग्रेस भूल सी गई है।
उन्होंने कहा की जब कांग्रेस ने चुनाव लड़ना होता है तो कांग्रेस के नेता झूठी गारंटी का ढोल पीटने शुरू कर देते है और जब चुनाव खत्म हो जाता है तो कांग्रेस नेताओ की याददाश्त हो चली जाती है।
उन्होंने कहा की महिलाओं को 1500 प्रति महीना और युवाओं को रोजगार देने वाले वादे को कांग्रेस पार्टी की सरकार पूरी तरह से भूल चुकी है।
हाल ही में कोरोना काल में विभिन्न विभागों में रखे आउटसोर्स कर्मियों ने सुक्खू सरकार से नौकरी से न निकालने की गारंटी मांगी है। यह गारंटी इसलिए मांगी है क्योंकि कर्मचारियों को भी सरकार और मंत्रियों पर भरोसा नहीं है।
आउटसोर्स कर्मियों का कार्यकाल 30 सितंबर तक बढ़ाया गया था, लेकिन सरकार की ओर से जारी आदेशों में एक लाइन और जोड़ी गई है, इसमें कहा गया है कि इस तिथि के बाद इन्हें रिलीव ऑर्डर भी जारी किए जाएंगे। यह वही कोरोना काल के योद्धा है जिन्हें सरकार ने सम्मानित भी किया है।
कोरोना काल में 1,844 कोरोना वॉरियर ने जान जोखिम में डालकर हिमाचल के अस्पतालों में सेवाएं दी हैं। प्रदेश सरकार को इनकी सेवा विस्तार अवश्य करनी चाहिए ।
उन्होंने कहा की कांग्रेस सरकार की 10 गारंटियों को याद कराते हुए सेवा विस्तार की गारंटी की मांग की है।
नंदा ने कहा की कोरोना के मुश्किल समय में उन्होंने सेवाएं दी है जब ज्यादातर लोगों में डर का माहौल था। पिछले करीब 3 महीने से उन्हें वेतन भी नहीं मिला है, अब नौकरी की उम्मीद भी नहीं लग रही है।
हम सरकार से मांग करते है की इन योद्धाओं के प्रति सरकार संवेदनशीलता के साथ काम करें।