शिमला : हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार बुरी तरह से बौखलाई और घबराई हुई है वो इस चुनाव को किसी भी प्रकार से हाइजैक कर लेना चाहती है। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने प्रैस वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज लाहौल-स्पीति विधानसभा क्षेत्र के काजा में जो घटना हुई है वो सिर्फ निंदनीय ही नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी का सोचा समझा षड्यंत्र हैं। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एंव नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर दो चुनाव के उम्मीदवारों कंगना रनौत और रवि ठाकुर के साथ काज़ा पहुँचते हैं, एसडीएम और डीसी को पूर्व में लिखित सूचना देने के बावजूद भी कांग्रेस लोगों को वहाँ पर ही सभा करने की इजाजत दे दी गई, जो स्थान भारतीय जनता पार्टी के लिए दिया गया था, उसके बिल्कुल दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के साथ मिलकर उस स्थान की परमिशन दी जहाँ पर नेता प्रतिपक्ष जनसभा करने जा रहे थे और परिणाम भी उसी प्रकार का हुआ। जैसा की कांग्रेस की सोची समझी रणनीति के तहत जनसभा खत्म होते ही कांग्रेस के लोग जनसभा की तरफ बढ़े व काले झंडे लेकर वहीं सड़क पर बैठ गए, जिस सड़क से नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, कंगना रनौत एंव रवि ठाकुर को जाना था। इसमें परमिशन देते समय प्रशासन और सरकार ने यह जानने का प्रयास नहीं किया की वहाँ पर कांग्रेस के कौन से नेता आ रहे है? उन्होंने कहा कि कोई नेता कांग्रेस का वहाँ पर नहीं आया और केवल योजनापूर्वक षडयंत्र के तहत नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर , कंगना रनौत व रवी ठाकुर की गाड़ियों के ऊपर हमला किया गया। भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के कार्यकर्ता रोहन कपूर के साथ बुरी तरह से मार पिटाई की। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं ने चारों तरफ से घेर कर जयराम ठाकुर, कंगना रनौत, रवि ठाकुर एंव उत्तराखंड के मंत्री को उन उपद्रवी लोगों से बचाया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार का बस चलता तो वो लोग वहीं पर हमारे नेताओं को ढेर कर देते। पूर्व मुख्यमंत्री के साथ इस प्रकार का व्यवहार चुनाव के दौरान हो रहा है, जिससे चुनाव आयोग की भूमिका के ऊपर सवाल होना लाजमी है। उन्होंने आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग सरकार को प्रोटेक्शन दे रहा है, फ्री एंड फेयर इलेक्शन हिमाचल प्रदेश के अंदर किसी भी रूप में दिखाई नहीं दे रहा। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने इसकी रिपोर्ट, एफआईआर वहां पर की हैं, परंतु भाजपा को किसी प्रकार की कार्रवाई की उम्मीद नहीं है। रवि ठाकुर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार हैं, कांग्रेस व कांग्रेस के मुख्यमंत्री को इस बात की तकलीफ है कि रवि ठाकुर कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आये हैं। रवि ठाकुर जब कांग्रेस पार्टी में थे तो उनका मकान जहाँ बना हुआ था वो बिलकुल ठीक था, लेकिन जब वो भाजपा में आ गए तो वो मकान खराब हो गया। वहाँ पर बुलडोजर चला कर उनकी चारदीवारी को पहले तोड़ा गया और पिछले कल वहां का माहौल खराब करने के लिए वोटर्स को डराया-धमकाया जाने लगा। पिछले कल फिर सारा दिन उनकी प्रॉपर्टी पर बुलडोजर चलाया गया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के लोग सोच रहे है की हम बुलडोज़र वाले बाबा बन जाएंगे, लेकिन वो जो बुलडोज़र वाले बाबा है वो अपना बुलडोजर गुंडों के ऊपर चलाते है। हिमाचल के मुख्यमंत्री चुने हुए प्रतिनिधियों पर बुलडोजर चलाकर सत्ता में बने नहीं रह सकते। मतदाताओं को धमकाया जाना यह स्पष्ट संदेश देता है कि जो भारतीय जनता पार्टी को वोट देगा व वोट मांगेगा उसकी टांगे तोड़ दी जाएगी। इस प्रकार का गुंडाराज इस सरकार में हिमाचल में चल रहा है। आज से पहले जितने भी चुनाव हिमाचल प्रदेश में हुए कभी इस प्रकार की घटना हिमाचल प्रदेश में नहीं हुई।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पिछले दिनों रवि ठाकुर जब शिमला में थे उनकी प्रैस वार्ता रिज़ के आशियाना में हो रही थी तब एनएसयूआई के लड़के चारों तरफ से छलांगे मारकर प्रैस वार्ता में घुस गए और उन्होंने रवि ठाकुर को घेर कर मारने की कोशिश की। उन्होंने तो रवि ठाकुर को उस दिन मार ही दिया होता अगर हमारे प्रदेश मीडिया प्रभारी बीच में आकर उनको न बचाते, एनएसयूआई के लड़कों ने कर्ण नंदा के साथ भी हाथापाई की। उस दिन जब यह रिज़ मैदान पर यह वाक्य हुआ था उससे दो मिनट पहले मुख्यमंत्री रिज़ पर ही थे। आज तक मुख्यमंत्री इस बात का न स्पष्टीकरण दे पाए व न ही निंदा की। उन्होंने कहा कि आज रवि ठाकुर प्रत्याशी के तौर पर काज़ा में थे उनकी सुरक्षा की जिम्मेवारी सरकार की जिम्मेवारी हैं। उन्हांने कहा कि प्रदेश की सरकार के गुंडों ने जो हमला किया है ये कांग्रेस को बहुत महंगा पड़ने वाला है। उन्हांने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुने हुए प्रतिनिधियों की गाड़ियों व दुकानों के चालान किए जा रहे हैं। उन्होंने सरकार से पूछा कि भाजपा के लोगों को जीने का अधिकार नहीं है क्या? उन्होंने कहा कि यह सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर रही हैं और जो इस सरकार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा, जिसका जवाब प्रदेश की जनता आने वाले 1 जून को अपने मत्ताधिकार का प्रयोग करके कांग्रेस को देगी।