ऊना। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सांसद राहुल गांधी ने ऊना में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भ्रष्टाचार के केंद्र बिंदु हैं। देश के सारे भ्रष्टाचारी नेता उनकी पार्टी में शामिल हो गए हैं। जैसे ही वे लोगों के बीच जा रहे हैं, उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर भगाया जा रहा है। इलेक्ट्रोल बांड योजना में बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है, केंद्र सरकार चंदा देने वालों के नाम क्यों नहीं बता रही। इस योजना के जरिये बड़ी-बड़ी-बड़ी कंपनियों को ईडी व सीबीआई का डर दिखाकर चंदा लिया गया है।
राहुल ने कहा कि भाजपा संविधान को खत्म करने का सपना न देखे। देश की जनता व कांग्रेस के बब्बर शेर कार्यकर्ता इसे होने नहीं देंगे। इस चुनाव में लड़ाई संविधान को बचाने की भी है। यह संविधान की ताकत ही है कि हिमाचल अलग राज्य के रूप में अस्तित्व में है। मोदी सरकार में हर चीज खतरे में है। जो मौके अमीर को और अमीर बनने के दिए जा रहे हैं, वह देश के युवाओं, गरीबों और किसानों को भी मिलने चाहिए। मोदी सरकार ने रोजगार के अवसर छीन लिए हैं, 2 करोड़ रोजगार सालाना तो नहीं दिए लेकिन पूर्व यूपीए सरकार के समय जो नौकरियां मिल रही थीं, वह भी खत्म कर दीं। कांग्रेस युवाओं को रोजगार का अधिकार देगी।
उन्होंने कहा कि हमें दो तरह की सेना नहीं चाहिए। हिमाचल के युवा भी बड़ी संख्या में सेना में जाते थे, लेकिन अग्निवीर योजना आने के बाद उनका क्रेज कम हुआ है। अब सेना की दो श्रेणी हो गई हैं, एक जवान को देश के लिए बलिदान देने पर शहीद का दर्जा है, जबकि अग्निवीर को नहीं। अग्निवीर के परिवार को दूसरे जवानों की तर्ज पर सुविधाएं भी नहीं हैं। इंडिया गठबंधन की सरकार आने पर अग्निवीर योजना को बंद कर दिया जाएगा। हिमाचल प्रदेश के युवा को पहले की तरह सेना में जाने के अवसर मिलेंगे। राहुल ने कहा कि मोदी सरकार ने 700 किसानों को भी दिल्ली बॉर्डर पर शहीद कर दिया, लेकिन आज तक शहीद का दर्जा नहीं दिया। हिमाचल व अन्य प्रदेशों में किसानों के लिए कुछ नहीं किया गया, जबकि अडानी का कर्ज माफ कर दिया गया। भाजपा नेता किसानों को आतंकवादी कहते हैं। किसानों का कर्ज कांग्रेस सरकार बनाते ही माफ करेगी। किसानों को एमएसपी की गारंटी का कानून बनाकर देगी।
राहुल ने कहा कि भाजपा ने गोवा, अरुणाचल, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकारें चोरी की, लेकिन हिमाचल प्रदेश में पैसे के दम पर कांग्रेस सरकार को नहीं गिरा पाए। प्रदेश की जनता समझदार है और भाजपा के राजनीतिक भ्रष्टाचार को समझ चुकी है। भाजपा की केंद्र सरकार ने दस साल लोगों की सेवा करने के बजाय जनता की चुनी हुई सरकारों को पैसे के दम पर गिराने का काम किया, प्रधानमंत्री कोविड में लोगों से थाली बजवाते रहे, जबकि उनका काम अस्पतालों में व्यवस्था सुचारू करवाना, ऑक्सीजन मुहैया करवाने व वेंटिलेटर को चालू करवाने का भी था।
उन्होंने कहा कि मोदी कहते हैं, वह बायोलॉजिकल नहीं हैं। सब कुछ अपने आप हो जाता है, मैं कहता हूं कि जब अडानी के मामलों की जांच होगी तब वह कहेंगे यह परमात्मा का आदेश था। मोदी जी से पूछना पड़ेगा कि यह दौरा उन्हें कब पड़ता है सुबह या शाम के समय, क्योंकि परमाणु बम का बटन आपके हाथ मे होता है। राहुल ने कहा कि आजकल चार चमचे बैठकर मोदी जी का इंटरव्यू लेते हैं, उनसे सवाल पूछा जाता है कि आप आम कैसे खाते हो। अमीर, अमीर होता जा रहा है, गरीब और गरीब हो रहा है, इसके बारे में प्रधानमंत्री कहते हैं कि सबको गरीब बना दूं।
इस दौरान मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह, हिमाचल प्रभारी व सांसद राजीव शुक्ला, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह, विधायक सुदर्शन बबलू, लोकसभा उम्मीदवार सतपाल रायजादा, विधानसभा उम्मीदवार राकेश कालिया व विवेक कुमार, जिला कांग्रेस अध्यक्ष रणजीत राणा, चेयरमैन नरदेव कंवर, पूर्व उम्मीदवार डॉ राजेश शर्मा, देशराज गौतम इत्यादि मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने आपदा राहत को लेकर प्रधानमंत्री को घेरा
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वोट मांगने के लिए हिमाचल आ गए, लेकिन इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदी के समय याद नहीं आई। हिमाचल को कोई विशेष राहत पैकेज नहीं दिया गया। प्रधानमंत्री व भाजपा नेता झूठ बोल रहे हैं कि आपदा राहत में करोड़ों रुपये दिए गए। एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के हिस्से का पैसा हर राज्य को प्रति वर्ष किस्तों में मिलता ही है चाहे आपदा या नहीं। प्रदेश सरकार ने ओपीएस, 1500 रुपये पेंशन, सुख आश्रय योजना, विधवा महिलाओं के बच्चों को 27 साल तक मुफ्त पढ़ाने की योजना बनाकर कोई गुनाह नहीं किया है। भाजपा की खरीद फरोख्त की राजनीति का अंत हिमाचल प्रदेश की जनता 4 जून को कर देगी।