बदलते दौर के साथ इंसान की आदतें, इच्छाएं और अभिव्यक्ति का जरिया बदलता रहता है। इसी बदलते परिवेश के साथ कुछ चीजें और आपके संघर्ष इतिहास के पन्नों में इंगित होकर अपनी अनूठी छाप छोड़ देते हैं। यही संघर्ष की कहानियां नई पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का माध्यम भी बनती हैं। यही वे अतीत के अनमोल लम्हे हैं जो उस कठिन दौर और संघर्ष के बारे में आत्मिक एहसास करवाते हैं। इसी तरह के संघर्षमय दौर का एहसास करवाता है हमारा ’हिमाचल पाटन’ समाचार पत्र का सफर जो वर्ष 1997 से चली निरंतर संघर्षरत यात्रा की कहानी को जारी रख, भविष्य के लिए इतिहास को संजोने का काम कर रहा है
अपने विचारों की अभिव्यक्ति, विश्लेषण व लोगों से जुड़ी सरोकार की खबरों को प्रमुखता और निडरता से उठाने की ओर ये हमारा एक छोटा सा प्रयास था, जो निर्बाध 25 वर्षों से जारी है।
अब इस बदलते डिजीटल दौर में खबर आपके पास हर-पल पहुंच रही है। अब हिमाचल पाटन समाचार पत्र ने भी नई तकनीक से जुड़ कर लोगों की आवाज बनने की ओर कदम बढ़ाया है। खबरों को सबसे पहले आप तक पहुंचाने की आपाधापी में सही और तथ्यात्मक, सटीक खबरें आप तक पहुंचे इसके लिए हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि हम आप तक सही और सटीक खबरें समय पर पहुंचाएंगे। सच को हमेशा कीमत चुकानी पड़ती है। हम सच को आप तक किसी भी कीमत पर पहुंचाएंगे। हमारा प्रयास रहेगा की हम सबकी सुनें और सबको सुनाएंगे, घर-घर खबरों को निष्पक्षता से पहुंचाएंगे और आपकी आवाज बनेंगे। पाटन समाचार में आप अपनी बात, खबर, सूचानाओं के साथ किसी भी मुद्दे पर अपना पक्ष भी रख सकते हैं। तो जुड़िए और पढ़ते रहिए पाटन समाचार क्योंकि यहां मिलेंगी सटीक खबरें।