आज हिमाचल प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र के पांचवें दिन नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सत्ता पक्ष को घेरा और जिसमें जयराम ठाकुर की बात को विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने नियमों की परिधि में सही बताया। आज हिमाचल प्रदेश विधानसभा में प्रश्न काल के दौरान जब मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी ने सरकार से सवाल पूछा और हर्षवर्धन उद्योग मंत्री ने उसका जवाब दिया तो नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सवाल उठाया कि आखिर क्यों सीपीएस विधानसभा में सरकार से ही सवाल पूछ रहे हैं क्या सरकार में सीपीएस खुश नहीं या सरकार उन्हें जवाब नहीं दे सकती है या उनका निदान नहीं कर रही है पर सत्ता पक्ष की चुटकी ली तथा विधानसभा अध्यक्ष से निवेदन किया कि नियमों की परिधि में सीपीएस जो की सरकार का हिस्सा है जिनके पास कामकाज की फाइलें आती है वह फाइल पर अपने सुझाव दे सकते हैं। विधानसभा में अपनी ही सरकार से सवाल नहीं उठा सकते हैं।
इस पर सत्ता पक्ष से मुख्यमंत्री ने विपक्ष के नेता को जवाब दिया कि सीपीएस जो की क्रिएशन ऑफ पोस्ट के दायरे में आते हैं जैसा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा में के चीफ व्हीप और व्हीप की तर्ज पर मुख्य संसदीय सचिवों को बनाया गया है तथा यह मुख्य संसदीय सचिव कोई भी संवैधानिक पोस्ट नहीं है इसलिए यह सरकार से सवाल पूछ सकते हैं और सरकार वाद्य है कि उनके सवालों का पूरा जवाब दे।
नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने आज सत्ता पक्ष को घेरते हुए अध्यक्ष विधानसभा कुलदीप पठानिया से आग्रह किया कि इस तरह से सदन में नई रिवायतों का चलना ठीक नहीं है जो कि नियमों की परिधि में नहीं आते हैं इस मुद्दे पर सरकार घिरती हुई नजर आई और जवाब नहीं दे पाई।
सारी चर्चा के बाद विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने यह फैसला दिया की मुख्य संसदीय सचिव जो की सरकार का ही हिस्सा है इसलिए वह हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सरकार से सवाल नहीं पूछ सकते उनकी तो जवाब देही सवालों के प्रति बनती है। यह नियमों की परिधि में आता है कि सीपीएस जो की सरकार का हिस्सा है वह विधानसभा में अपनी ही सरकार से सवाल नहीं उठा सकते विधानसभा अध्यक्ष ने सीपीएस संजय अवस्थी के सवाल व जवाब को आज की विधानसभा कार्रवाई से एक्सपेंस हटाया है।