आज विधान सभा के मांस्सों सत्र कई दौरान नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर कोरोना कर्मियों से मिले जयराम ठाकुर, कर्मी बोले लोगों के पास शिमला आने का किराया भी नहीं है
कोरोना के समय अपनी जान की बाज़ी लगाने वालों को निकालना पाप हैा उन्होने उन सेवको को जिनको उनके महान कार्य के लियस सम्मानित फड़;क जान किये था परन्तु ये प्रदेश सरकार अब उस आपदा की घडी मैं लगों की सहयता करनेवालों को समय पर वेतन नहीं दे पा रही है और उनका रोजगार भी छीन लिया गया है कोरोनाकर्मी उस समय लोगों की सेवा की जब लोगों के अपने परिवार भी डर रहे थे और अपने परिवार की सेवा भी नहीं कर रहे थे उन्होने प्रदेश सरकार से कहा की इन कोरोनाकर्मियों की सेवा को तत्काल प्रभाव से बहाल करे सरकार। कोरोना आउटसोर्स कर्मी बोले पांच महीनें से वेतन नहीं भी नहीं मिला है जिससे उन लोगों परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो गया है।
शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर आज चौड़ा मैदान में प्रदर्शन कर रहे कोरोना कर्मियों से मिले और उनके साथ अन्याय ने होने देने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कोरोना जैसे कठिन समय में जब मरीज़ों के परिजन भी ख़ौफ़ज़दा थे उस समय इन कोरोना कर्मियों ने उनका साथ दिया, उनकी सेवा की। जब परिजन आगे नहीं आए तो इन्होंने अंतिम संस्कार भी किया। ऐसे में उन्हें नौकरी से निकाल देना बहुत बड़ा पाप है। सरकार यह मनमानी नहीं कर सकती है। सरकार इनकी नौकरी को बहाल करे और जल्दी से जल्दी इनका वेतन भी जारी करे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कोरोना के समय में स्वास्थ्यकर्मियों की आवश्यकता थी तो कोरोना कर्मियों को भर्ती किया था। सभी कोरोना प्रभावितों की पूरी सेवा की। इस सेवा में वही लोग आये जिनके अंदर समाज सेवा का जज़्बा था और ज़रूरतमंद थे। व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर आई सुक्खू सरकार ने इनकी सेवाएं समाप्त कर दी। हमने इनके हक़ ने आवाज़ उठाई, जिसके बाद सरकार ने इन कर्मियों की सेवा में 3 महीनें का विस्तार कर दिया। इस महीनें वह समय सीमा फिर से ख़त्म ही रही है। अब लोगों को यह नहीं पता कि आगे क्या होगा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार नौकरी देने के नाम पर सत्ता में आई है। नौकरी से निकालने के नाम पर नहीं। जिन्होंने ज़रूरत पड़ने पर अपने जान की परवाह किए बिना अपनी नौकरी की उन्हें इस तरह से नौकरी से निकालना न सिर्फ़ अन्याय बल्कि पाप है। उन्होंने कहा कि सरकार इस तरह के पाप न करे। नौकरी दें नहीं सकती तो जिन्हें नौकरी मिली है उन्हें नौकरी से निकाले नहीं। नेता प्रतिपक्ष से मिलने वाले आउटसोर्स कर्मचारियों ने कहा बहुत से कर्मचारी इस प्रदर्शन में आना चाहते थे। पांच महीनें से नौकरी नहीं मिलने की वजह से शिमला आने और जाने का किराया भी उनके पास नहीं था। सभी आउटसोर्स कर्मियों ने कहा कि हमारी नौकरी सुनिश्चित की जाए। हर महीनें वे सचिवालय और मुख्यमंत्री के दफ़्तर के चक्कर लगाते हैं। इसलिए सरकार उनकी नौकरी को सुनिश्चित करें।